Saturday, November 6, 2010

विकास का असली चेहरा-4

नया सारे पुनर्वास स्थल
अभी तक तो सायद आप समझ गए होंगे की ये कौन हैं? जी हाँ आप यह भी समझ गए होंगे की ये बुजुर्ग और बच्चा क्या दिखा रहे हैंये अपना आशियाना देखा रहे हैं, साथ में कहानी भी बता रहे हैं, की एच सी को विकास नाम पर अपना घर, समाज, नाते-रिश्तेदार,जमीन , खेत-बरी सब कुछ देने के बाद हम लोगों को यही मिलाकारखाना बने ५० साल हो गया, एच सी ने बहुत नाम कमायाहमें तो यही तोफा मिला है५० सालों में हमारा yahi विकास हुआ है.

3 comments:

  1. यही असलियत है नेताओं के विकास के नारों और वादों की..वेरीफिकेशन हटाओ..

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  2. आपके ब्लाग के बारे में जानकर और यहां आकर काफ़ी अच्छा और अपनापन सा लगा. आप जिस उत्साह और लगन से अपने मुहिम में लगी हुई है, उससे लोगों को भी इन प्रयासों से जुड़ने की प्रेरणा मिलेगी. शुभकामनाएं.

    कृपया वर्ड वेरिफिकेशन हटा लें ...टिप्पणीकर्ता को सरलता होगी ...

    वर्ड वेरिफिकेशन हटाने के लिए
    डैशबोर्ड > सेटिंग्स > कमेंट्स > वर्ड वेरिफिकेशन को नो करें ..सेव करें ..बस हो गया.

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  3. i think HEC was formed without giving proper tarining to the locals, result locals didn't got any key jobs in HEC or are working in hec with low profile jobs.
    for furture we should ensure that industries which needs mass acquisition of tribal land, must establish training facility for locals so that they could get the jobs in such industries. other wise we will have industries in our soil but people from other states will get jobs in them.

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