Wednesday, April 6, 2011

परंपराकि जीवन शैली, इतिहास, भाषा-सांस्कृति का जीवंत चितरण करता है। यहीं बताया जाता है कि ये आदिवासी हैं, और यही इनकी गैरवशाली विरासत है। part-4




म्युजियम के गैलेरी के तमाम दिवारे एक के बाद एक अपनी पीड़ा सुनाते हैं-हम चियागो में रहने वाले अपनी सांस्कृति और पहचान खो दिये हैं-क्योंकि हम गैर-आदिवासियों के के. घरों में पल रहे हैं। जरूरत हैं हमें अपने लंबें समय से खोये जड़ से फिर से जुड़ने की। सभी समूदयों ने एक दूसरे को अपने सहयोग करने, अपने अस्तित्व को बचाये रखने, गैरवशाली इतिहास के करीब रहने का अहवान कर रहे हैं। म्युजियम में प्रतिदिन आदिवासी जीवन से संबंधित फिल्म एलमर एंड मेरी लुइस रसमुसन थियटर में प्रति दिन दिखाया जाता है। फिल्म- थौजेंड रोड़-43 मिनट का, जो आदिवासी-नेटिव अमेरिकन न्यूयोर्क सीटी, अलासका, न्यू मेक्सिको और पूरू में रहते हैं, इनके परंपराकि जीवन शैली, इतिहास, भाषा-सांस्कृति का जीवंत चितरण करता है। यहीं बताया जाता है कि ये आदिवासी हैं, और यही इनकी गैरवशाली विरासत है।

No comments:

Post a Comment