सरकार की उजाड़ने वाली नीति जो आज desh के विभिन्न राज्यों में लागू किया जा रहा है-जिसके तहत शरों में जवाहारलाल नेहरू शहरी योजना लागू किया जा रहा है। इस योजना के तहत शहर के तमाम छोटे दुकानदार, झुगी-छोपडि़यों को साफ कर बड़े पूंजीपतियों के लिए जमीन तैयार किया जा रहा है। इस को आज से 12 साल पहले युवक सुवेन्दू ‘शेखर ने खोरठा में गीत गा कर पूर राज्य वासियों को अगाह किया था-
बरही से बहरागोड़ाक -2
रोड़ हतय चैड़ा रे
सुना गोटे झारखंड के रोड़ तहय चैड़ा रे
बिदेशी कंपनी के दौड़तय घोड़ा रे-2
हो ---- रे
विदेशी कंपनी .....सुना गोटे झारखंड के.....
पांच -पांच कि.मी. दूयो बाटे लेतो
बदली में घार दुवइर सोभे उजाइड़ देतो
सोभे उजाइड़ देतो दादा सोभे उजाइड़ देतो-2
रोजगार के लोभ देतय-2
पेछू-पेछू दौड़ा रे
विदेशी कंपनी.....हो ेेेे रे...सुना गोटे...
गरीब किसान-मजदूर के उजड़तइ घर
सिद्वू-कान्हू-बिरसा के सपना संहार
फुन्सी बइनके घुसतौ-2, बादे हतो फोड़ा रेकृ
विद्व्शी कंपनी... हो ेेेे रे...सुना गोटे...
काहाॅ जइतो मांय बेटी कांहा जाहरे थान
अइसन सरकार के चेहरा पहचान
जुल्मी विधान के-2, सोभिन मिली तोड़ा रे
विदेशी कंपनी... हो ेेेे रे...सुना गोटे...
लेवेक पैहलें बोड़ो बोड़ो सपना देखइतो
जाति धरमेक नामें हामनिक लड़इतो
हामिनक लड़इतों दादा हामनिक लड़इतो
झारखंड बचावे तीर-2, धनुष लइके दौड़ा रे
विदेशी कंपनी... हो ेेेे रे...सुना गोटे...
बरही से बहरागोड़ाक....
सुना गोटे झारखंड....विदेशी कंपनी...।।
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