आहा......पुटुस कितना पका हुआ है
पूरा झाड़ी काला हो गया है
झाड़ी में लपकी.....
भर मुठी तोड़ते गयी
मुंह में डालते गयी
पता भी नहीं चला
कि मैं कितना खा गयी
अब दूसरी बेला काम में उतरने का समय हो चूका है
लोग रोपा खेत की ओर वापस आ रहे हैं
मैं भी काम में वापस जा रही hun
ropa khet me...
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