आइये हम मिलकर गीत गाएं
१। अगर हो सके तो
कोई सम्मा जलाइये
इस दौरे सियासत का अँधेरा मिटाए
२। जुम्मों- सितम्म का आग लगा है
यंहा -वंहा
पानी से नहीं - आग से
बुझाइये
३। क्यों कर रहे हैं-- आंधियां रुकने
का इंतजार॥
आइये कन्धा से कन्धा
मिलाइये
४। नफरत फैला रहे हैं जो मजहब में
सता के भूखे लोगों से
मजहब बचाइये
कुर्सी के भूखे लोगों से
मजहब बचाइये
No comments:
Post a Comment