Tuesday, December 21, 2010

१० साल में नेता और मंत्रियों ने राज्य को यही दिया है-1




क्या इस राज्य का अपना भविष्य है?
आखिर राज्य का भविष्य कौन तय करेगा? इस सवाल का जवाब हम आम जनता को ही तलाशना होगा. इसे के लिए एक ही रास्ता है, भ्रष्ट नेता, मंत्री, अधिकारी, प्रशासन, ठेकेदार, दलाल के खिलाफ एक जुट होकर संघर्ष. तभी का नवनिर्माण संभव होगा और यह जनता ही कर सकती है.
झारखण्ड अलग राज्य बने १० साल हो गया. राज्य ने ७ मुख्यमंत्री देख लिया. सैकड़ों मंत्रियों को देखा. हार मंत्री अपने पास ३-४ विभाग रखे. हार विभाग से जनता के करोड़ों रूपया लुट लिए. हार मंत्री करोडपति बन गए. लेकिन झारखण्ड के विकास के बुनियादी बेवस्था के दिशा में कोई काम नहीं किये. इस तस्बीर को देख कर आप को लगेगा की- ये कोई कबाड़ी खाना है, नहीं-यह तो लाखों किसानो को जीवन देने वाला बंडू का सिंचाई विभाग का कार्यालय है. जंहा..ना ..तो बिजली है, ना है टेलीफ़ोन, ना ही कर्मचारियों के लिए स्वस्थ्य पानी पिने की बेवस्था. जर्जर भवन. सिचाई विभाग खुद ही बीमार है, लचार है, अपांग है ......

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