आदिवासी मूलवासी अस्तित्व रक्षा मंच --खूंटी --गुमला आर्सेलर मित्तल कंपनी दवारा खूंटी जिला और गुमला लिया के करीब ३८ गांव को हटा कर ५०,००० करोड़ के लगत से १२ मिलियन टान स्टील उत्पादन के लिए कारखाना बनना चाहता था. करीब एक लाख की आबादी बिस्थपित होती. बिस्थपित इलाके की जनता ने जमीन नहीं देने की ठानी. तब आदिवासी मूलवासी अस्तित्व रक्षा मंच बनाये. . २००६ से लगातार २०१० तक दिन रात एक कर बिस्थापन रोकने के लिए संघर्ष किये. इस दौरन आदिवासी मूलवासी समुदाय के संघर्ष और इतिहास को याद कर सरहुल , करम, ३० जून सशदत दिवस , १५ नबम्बर बिरसा मुंडा जयंती , ९ जनवरी बिरसा मुंडा उलगुलान गढ़ डोम्बारी बुरु दिवस को सामूहिक रूप से मानना शुरू किये. जो हमारे आंदोलन को नयी ऊर्जा देता। ९ जनवरी २००९ को मंच में चुकरू गांव में दोमब्री दिवस मनाया , इस अवसर में आंदोलन के साथी बीर बिरसा मुंडा को नमन करते गीत।
No comments:
Post a Comment