sen gi ---shushun -चलना ही नृत्य
kaji gi -durang --बोलना ही गीत संगीत है ,
EK PED JANGAL NAHI BAN SAKTA ----
EK PED PARYAWARAN NAHI HO SAKTA HAI
HAM EK DUSRE KE SATH MIL KAR PARYAWARAN BANTE HAIN
एक पेड़ जंगल नहीं बन सकता है --एक पेड़ पर्यावरण नहीं हो सकता है -हम एक दूसरे के संग मिल कर पर्यावरण बनते हैं
हम प्राकृति के साथ जीते हैं --प्रकृति ही धर्म है
अच्छी बारिश , अच्छी फशल , सभी प्राणियों के जिंदगी की सुखमय जीवन की कमान के साथ प्रकृति की सेवा करते हैं
जब तक प्रकृति के साथ आदिवासी समाज नाचते -गाते रहेगा , दुनिया की कोई ताकत उन्हें हरा नहीं सकता है
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