Friday, June 2, 2017

sen gi ---shushun -चलना ही नृत्य kaji gi -durang --बोलना ही गीत संगीत है ,



sen gi ---shushun -चलना ही नृत्य 
      kaji gi -durang --बोलना ही गीत संगीत है , 
यही हमारा  इतिहास है 

 EK PED JANGAL NAHI BAN SAKTA ----
EK PED PARYAWARAN  NAHI  HO  SAKTA  HAI
HAM EK DUSRE KE SATH MIL KAR PARYAWARAN BANTE HAIN
एक पेड़ जंगल नहीं बन सकता है --एक पेड़ पर्यावरण नहीं  हो सकता है -हम एक दूसरे के संग मिल कर पर्यावरण बनते हैं
                                           हम प्राकृति के साथ जीते हैं --प्रकृति ही धर्म है
 अच्छी बारिश , अच्छी फशल , सभी प्राणियों के जिंदगी की सुखमय जीवन की कमान के साथ प्रकृति की सेवा करते हैं
 जब तक प्रकृति के साथ आदिवासी समाज नाचते -गाते रहेगा , दुनिया की कोई ताकत उन्हें हरा नहीं सकता है

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