cnt act, spt act एवं पाँचवी अनुसूचि के
तहत गाँव के सीमा भीतर जो भी
`संसाधन हैं, एक एक इंच जमीन , गिटी , बालू , पत्थर , नदी , नाला , झाड़ , जंगल , पेड़ , पौधा , सभी गाँव सामूहिक संपति है , जिसका उपयोग पूरा गाँव के साथ अगल बगल के गांव के ग्रामीण "भी करते ,है ,
गैर मजरुआ आम एवं गैर मजरुआ खास जमीन , जंगल झाड़ी भूमि , टोंगरी आदी अनाबाद जमीन का संरक्छक सरकार है , इस जमीन का मालिक सरकार नहीं है , जब सरकार मालिक नहीं , संरक्छक है ,,तब सरकार को जमीन बेचने का कोई अधिकार नहीं है , लेकिन सरकार ग्रामीणों के अधिकारों का वायलेशन ,,
कर गाँव की सामुदायिक धरोहर ,,,जल जंगल जमीन , नदी , नाला , टोंगरी , झरना ,को ऑन लाइन कॉरपोरेट , पूँजीपतियों को बेच रही है। अगर इसे नहीं रोका गया तो -आने वाले पांच - दस वर्षों में झारखण्ड गाँव पूरी तरह गायब हो जायेंगे, गॉंव की सामाजिक ' आर्थिक , सांस्कृतिक , पर्यावर्णीय, अस्तित्वा पूरी मिट जायगी। इसका जगह लेगा कॉरपोरेट की पूजी दवारा खड़ा कंगकिरीट के जंगल , कलकरखाना , खदान , मोल्ल , शहर,,,,,,
गांव वालों ने संकल्प लिया है ,,,,,किसी भी कीमत में हम अपने पूर्वजों का एक इंच जमीन लूटने नहीं देंगे ,,, ना जान देंगे ---ना जमीन देंगे ,,,,,,लड़ेंगे ----जीतेंगे ,,,,
तहत गाँव के सीमा भीतर जो भी
`संसाधन हैं, एक एक इंच जमीन , गिटी , बालू , पत्थर , नदी , नाला , झाड़ , जंगल , पेड़ , पौधा , सभी गाँव सामूहिक संपति है , जिसका उपयोग पूरा गाँव के साथ अगल बगल के गांव के ग्रामीण "भी करते ,है ,
गैर मजरुआ आम एवं गैर मजरुआ खास जमीन , जंगल झाड़ी भूमि , टोंगरी आदी अनाबाद जमीन का संरक्छक सरकार है , इस जमीन का मालिक सरकार नहीं है , जब सरकार मालिक नहीं , संरक्छक है ,,तब सरकार को जमीन बेचने का कोई अधिकार नहीं है , लेकिन सरकार ग्रामीणों के अधिकारों का वायलेशन ,,
कर गाँव की सामुदायिक धरोहर ,,,जल जंगल जमीन , नदी , नाला , टोंगरी , झरना ,को ऑन लाइन कॉरपोरेट , पूँजीपतियों को बेच रही है। अगर इसे नहीं रोका गया तो -आने वाले पांच - दस वर्षों में झारखण्ड गाँव पूरी तरह गायब हो जायेंगे, गॉंव की सामाजिक ' आर्थिक , सांस्कृतिक , पर्यावर्णीय, अस्तित्वा पूरी मिट जायगी। इसका जगह लेगा कॉरपोरेट की पूजी दवारा खड़ा कंगकिरीट के जंगल , कलकरखाना , खदान , मोल्ल , शहर,,,,,,
गांव वालों ने संकल्प लिया है ,,,,,किसी भी कीमत में हम अपने पूर्वजों का एक इंच जमीन लूटने नहीं देंगे ,,, ना जान देंगे ---ना जमीन देंगे ,,,,,,लड़ेंगे ----जीतेंगे ,,,,
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