Friday, June 2, 2017

नन्हे पौधों को अपने नयनों से पलता है , अपने हाथों से सहलाता है ,,,,,झाड़ियां काट कर घेरा डाल उसकी रखवाली करता है---यही है पर्यावरणीय आदिवासी मूलवासी समाज।



 नन्हे पौधों को अपने नयनों से पलता  है , अपने हाथों से सहलाता है ,,,,,झाड़ियां काट कर घेरा डाल उसकी रखवाली  करता है---यही है पर्यावरणीय आदिवासी मूलवासी समाज।

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