Wednesday, June 25, 2014

खूंटी की जनता के समक्ष घोषणा करती हुं कि मैं संविधान और बिरसा मुंडा को साक्षी मान कर घोषणा करती हुं कि आखिरी सांस तक इन मुददों पर संघर्ष में आप के साथ रहंुगी।

मेरा घोषणा पत्र
लोक सभा चुनाव 2014
खूंटी की धरती से ही बिरसा के अबुआ राइज का नारा पूरी दुनिया में गुजा था। अब उसे और बुलंद करना है। पूंजीपतियों की लूट और पूंजिनतियों की गोद में बैठे नेताओं से मुक्त झारखंड बनाने की यह लड़ाई हम सब के लिए एक साथ लड़ने और जीतने की चुनौती दे रहा है। 
पिछले 14 सालों में झारखंड में ग्रामीणों की स्थिति बद से बदत्तर हो गयी है। सरकारी कार्यक्रमों में बड़े पैमाने में व्यप्त भ्रष्टाचार, ग्रामीणों के प्रति सरकार एवं राज-नेताओं की उदासीनता दशार्ती है। स्थानीय शासन तथा सरकारी कार्यक्रमों में लोगों की भागीदारी सुनिशचत नहीं की जाती है तथा पंचायतों को अधिकार देना कोई प्राथमिकता नहीं है। 
जनता के आम मुदे जैसे भूख, कुपोषण, आदिवासी, महिला, किसानों के उपर हिंसा, विस्थापन, पलायन, बेरोजगारी, सिंचाई एवं पेचजल की कमी, इत्यादि किसी पार्टियाॅं नागरिकों को धर्म, जाति, एवं संप्रदाय के आधर पर बांट कर वोट की राजनीति कर रहे हैं।
दयामनी ग्रामीणों के मूल मुददों से लम्बें समय से जुड़ी हुई है। दयामनी ने बड़े विस्थापन की परियोजना के खिलाफ लंबा संघर्ष किया है, जिसमें लाखों आदिवासी-मूलवासी परिवार बेघर होने की संभावना थी। अब उन्होंने अपने कंधे पर पूरे क्षेत्र का आम सहमति से विकास की रणनीति बनायी है। वे पारंपरिक ग्राम सभा और महिला समूहों को जीवित कर विकास की ओर आगे बढ़ने की पे्ररणा देती रही है।
इस चुनाव में दयामनी नीचे उल्लेखित मुददों के साथ आप पार्टी की ओर से खड़ी है।
भ्रष्टाचार, विस्थापन, पलायन मुक्त झारखंड
जल, जंगल, जमीन के साथ स्थानीय स्तर पर प्रगती और रोजगार के अवसर के सृजन करना होगां
सीएनटी, एसपीटी एक्ट को चाने के लिए हम संकल्पबद्व हैं। हमारा मकसद इसे और मजबूत बनाने के लिए है।
खनिज और तमाम प्राकृतिक संसाधनों की लूट खत्म की जाएगी एवं कृर्षि एवं सिचाई की समुचित व्यवस्था की जाएगी।
खनिज, जंगल और वन संसाधन पर ग्राम सभा का अधिकार निशिचत किया जाएगा।
आदिवासियों और मूलवासियों के भूंमि कानूनों और खतिचानों में कोई दखल नहीं दिया जाए।
विस्थापन आयोग का गठन हो ताकि अबं तक विस्थापित हुए लोगों की पचहचान हो और उन्हें सुविधाएं दी जाए।
देशज विकास का झारखंड जिसमें सारे निर्णय के अधिकार ग्रामसभाओं के होंगें।
पेसा (झएड) कानून के तहत स्थानीय स्व-शासन एवं पंचायतों को अधिकार विकेन्द्रित करें।
शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की गारंटी के लिए समुचित पहल की जाएगी।
खाद्यय सुरक्षा और जन वितरण प्रणाली तथा वृद्वा पेंशन इंदिरा अवास की सहज उपलब्धता और हर गांव में आंगनबाड़ी के लिए पुरजोर आवाज उठाया जाएगा।
झारखंड को कुपोषण मुक्त बनाया जाएगा।
काॅमन स्कूल सिस्टम लागू किया जाएगा एवं सरकारी स्कूलों को शिक्षा का कारगर केंन्द्र बनाया जाएगा एवं स्थानीय भाषाओं में प्राथमिक ’िाक्षा की गारंटी की जाएगी।
रोजगार का स्थानीय स्तर पर सृजन के लिए लघु और कुटीर उद्योगों को प्राथमिकता दी जाएगी। 
महिलाओं को सुरक्षा, सम्मान एवं विकास के कामों को महिला संगठनों के द्वारा अगुवाई।
भाषा-संस्कृति और सामािजक सदभाव की रक्षा।
आदिवासियों और मूलवासियों की पहचान को बचाना हर कीमत पर जरूरी है कि स्थानीय नीति तुरंत बनाया जाए और इसके लिए जनांदोलन को समझौताविहीन किया जाएगा। 
शाति, सदभाव और हर एक का सम्मान हमारी प्राथमिकता रहेगी।
समाज कमजोर समुहों की आर्थिक निर्णय प्रक्रिया में भागीदारी सुनि’िचत की जाएगी।
विकास के विस्थापनमूलक नीति को बदलने के लिए सामुहिक पहल की जाएगी।
पर्यावरण को नुकसान किसी भी हालत में नहीं पहुंचाया जाय एवं नदियों और झरनों को स्वाभविक रूप से बहने दिया जाएगा।
झारखं डमें अब तक हुए एमओयू की न्याचिक समीक्षा की जाए और इसमें हुए भ्रष्टाचार के लिए दोषी नेताओं और अफसरों को सजा दिया जाए।
ज्ेल में बंद पड़े निर्दोष झारखंडियों की तुंरत रिहाई का प्रयास किया जाएगा।
ग््रामीणों न्यूनतम मजदूरी को सम्मानजनक किया जाए और उसके तुरंत भुगतान की गारंटी की जाएगी।
थ्कसी भी निर्माण कार्य का भुगतान तब ही जा जब उस की गुणवता ग्रास सभा प्रमाणित कर दे।
आम लोग ही तब करेंगे कि उनके गांव की उन्नति के लिए योजना कैसी होनी चाहिए।
खूंटकटी ग्रामों की पहचान रखी जाए एवं 4 हजार गांवों को पूण्र खूंटकटी गांव का दरजा दिलाने के लिए संघर्ष होगा।
हाथियों से प्रभावित गांवों और खेती के नुकसान के सवाल पर गंभीरता से पहल किया जाएगा। 
आदिवासियों को वनवासी कहने का विरोध किया जाएगा। 
कमीशन और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई की जाएगी।
यह चुनाव खूंटी के लोगों को ही लड़ना है ताकि वे खुद निर्णय करने के हकदार बनें। 
आइए राजनति बदलें और समाज बदलें
आइए कारपोरेट और राजनीतिक लूट को खत्म करें
आइए मिल कर हर नागरिक को सशक्त बनाएं
आइए कारपोरेट एजेंटों से राजनीति को मुक्त करें
आइए एक नए झारखंड लेकिन समुन्नत झारखंड के लिए एकजुट हों
आइए हम सब मिल कर अपने शहीदों के अरमानों को पूरा करने की दिशा  में कदम उठाएं, चुनाव को हम बदलाव के तुफान में बदल दें। 
मैं दयामनी बरला खूंटी की जनता के समक्ष घोषणा करती हुं कि मैं संविधान और बिरसा मुंडा को साक्षी मान कर घोषणा करती हुं कि आखिरी सांस तक इन मुददों पर संघर्ष में आप के साथ रहंुगी। 
लड़ेगें-जीतेंगें

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