Saturday, September 3, 2011

आठ औद्योगिक जोन में बंटेगा झारखंड खनिज उपलब्धता के आधार पर बंटा जोन

आठ औद्योगिक जोन में बंटेगा झारखंड
खनिज उपलब्धता के आधार पर बंटा जोन
फाइंस के इस्तेमाल करनेवाले उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा
झारखण्ड राज्य को आठ औद्योगिक जोन में बांटा जायेगा। जोन का निर्धारण खनिज की उपलब्धता के आधार पर किया गया है। उद्योग विभाग द्वारा तैयार की नयी औद्योगिक नीति में वह प्रावधान किया गया है। इसके तहत जो खनिज जहां मिलते हैं, उसी से संबधित उद्वोग उस क्षेत्र में लगाये जायेगे। नयी औद्योगिक नीति के प्रस्ताव में फांइस के इसतेमाल करनेवाले उद्योगों को बढ़ावा देने की बात कही गयी है। प्रस्ताव में लिख गया है कि लंबे अंतराज से खनन कार्य के कारण आयरन ओर को फाएंस आयरन ओर खदान के इर्द-गिर्द भारी मात्रा में जमा हो गया है। वर्तमान में जितने फाएंस चालू हालत में हैं, इससे ऐसा लगता है कि फांइस की मात्रा ओर बढ़ेगीण् नीति में यह जिक्र किया गया है कि फाइंस की मात्रा को देखते हुए यह जरूरी हो गया है कि फाइंस को पिलेटस में बदलने वाले उद्योग लगे। मूल्य संवद्र्वन वाले उद्योग लगे। इसके लिए सरकार प्रसाय करेगी, ताकिछेत्रिय विषमता को दूर करते हुए समान रूप से राज्य में उद्योग लगा सके।
बांटे गये जोन
ऽ पलामू-गढ़वा-आयरन ओर, डोलोमाइट, कोयला, ग्रेफाइट, चाइना क्ले
ऽ लोहरदगा-औधोगिक क्षेत्र-बाॅक्साइट पर आधारित अल्युतिनिसम उद्योग
ऽ कोडरमा-हजारीबाग औद्योगिक क्षेत्र-माइका, बिजली, सीमेंट, ग्लास, एलाय स्टील, टेलीकाम व रिफ्रैक्टरी
ऽ रांची-औद्योगिक क्षेत्र-मध्यम व वृहत स्तर के उद्योग
ऽ धनबाद-बोकारो -कोयला और स्टील
ऽ सिंहभूम-औद्योगिक द्वोत्र-स्टील, आटो कंपोनेट, सीमेंट, यूरेनिययम, कापर ओर गोल्ड माइनिंग
ऽ घत्शीला औद्योगिक क्षेत्र-कापर तथा वन आधारित उद्योग
ऽ देवघर-जसीडीह-तेल मिल, ग्लास और स्टील

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